
अक्षय तृतीया, जिसे आखती तीज भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह दिन इतना शुभ होता है कि इसमें किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती। इसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है।
अक्षय तृतीया 2025 की तिथि और मुहूर्त:
- तारीख: 30 अप्रैल 2025 (बुधवार)
- शुभ तृतीया तिथि आरंभ: 29 अप्रैल को रात 11:35 बजे
- तृतीया तिथि समाप्त: 1 मई को रात 01:02 बजे तक
- शुभ मुहूर्त: सुबह 7:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक
पौराणिक महत्व:
- इस दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था।
- त्रेता युग की शुरुआत इसी दिन से मानी जाती है।
- भगवान विष्णु ने नर-नारायण अवतार लेकर धर्म की स्थापना की थी।
- यह भी माना जाता है कि इसी दिन से महाभारत का लेखन शुरू हुआ था।
धार्मिक आस्था और परंपरा:
- अक्षय तृतीया के दिन सोना, चांदी, भूमि या नया व्यवसाय खरीदना बहुत शुभ माना जाता है।
- इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य और भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
- शादी, गृह प्रवेश, वाहन खरीद, निवेश और व्यापार की शुरुआत के लिए यह दिन सर्वश्रेष्ठ है।
अक्षय तृतीया 2025 पूजा विधि:
- सुबह स्नान कर के साफ वस्त्र पहनें।
- भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा को गंगाजल से शुद्ध करें।
- उन्हें पीले फूल, तुलसी, चने की दाल और मिठाई अर्पित करें।
- विष्णु सहस्त्रनाम या श्रीसूक्त का पाठ करें।
- ज़रूरतमंदों को जल, वस्त्र, अन्न और धन का दान करें।
शुभकामना संदेश:+
🌼 अक्षय तृतीया 2025पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा से आपके जीवन में खुशियों की अक्षय धारा बहे।
🌸 संपत्ति, स्वास्थ्य और समृद्धि का वरदान आपको प्राप्त हो। शुभ अक्षय तृतीया!