क्या आपने कभी ऐसा मंदिर देखा है जहां मन्नत पूरी होने पर घंटी चढ़ाई जाती हो? मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नजदीक स्थित हरिमन बाबा का मंदिर एक ऐसा ही चमत्कारिक स्थल है। यहां श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं और जब उनकी मन्नत पूरी होती है, तो वे यहां आकर घंटी अर्पण करते हैं।
यह मंदिर बंगरसिया सीआरपीएफ कैंप परिसर के अंदर स्थित है, लेकिन यह स्थान कैंप बनने से पहले भी मौजूद था। स्थानीय लोगों के अनुसार, पहले यहां एक छोटी सी मड़िया थी, जिसे बाद में सीआरपीएफ अधिकारियों द्वारा एक भव्य मंदिर का रूप दिया गया।
हर गुरुवार को यहां हजारों श्रद्धालु पहुँचते हैं। कहते हैं कि बाबा की चौखट पर जो भी आता है, उसकी हर मन्नत पूरी होती है। यहां इतनी बड़ी संख्या में घंटियां टंगी हैं कि मंदिर का हर कोना उनसे भरा पड़ा है – और कुछ घंटियां तो स्टोर्स में भी रखी जाती हैं। यह सब इस बात का प्रमाण है कि बाबा ने कितनी इच्छाएं पूरी की हैं।
श्रद्धालुओं के अनुसार, जब उनकी मनोकामनाएं जैसे – संतान प्राप्ति, विवाह, स्वास्थ्य या कोई भी निजी मांग पूरी हो जाती है, तो वे यहां घंटी लेकर आते हैं और बाबा के दरबार में अर्पण करते हैं।
हरिमन बाबा को राजस्थान के गुर्जर समाज का सिद्ध संत माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, उनके गुरु के एक शिष्य को सर्प ने काट लिया था। तब बाबा ने सभी नागों को बुलाया और उनसे विष वापस लेने का आदेश दिया। लेकिन सर्प ने बदले में दो जीवनों की मांग की। इस पर हरिमन बाबा और उनके एक अन्य शिष्य ने अपनी जान देने का व्रत लिया, लेकिन साथ ही यह शर्त रखी कि अगले जन्म में वे संत के रूप में जन्म लें।
तब से हरिमन बाबा को चमत्कारी संत माना जाता है और यह विश्वास है कि भोपाल के इस इलाके में किसी को सांप नहीं काटता – यह बाबा की कृपा मानी जाती है।
हर गुरुवार को मंदिर में 51 लीटर, 81 लीटर, यहां तक कि 101 लीटर तक की खीर बड़े-बड़े बर्तनों में बनाई जाती है, जो मन्नत पूरी होने पर प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटी जाती है। यह खीर इतनी स्वादिष्ट होती है कि उसका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता।
स्थान: ग्राम रापड़िया के पास, भोजपुर रोड, भोपाल (बंगरसिया सीआरपीएफ कैंप परिसर के अंदर)
यह मंदिर चूंकि कैंप परिसर के भीतर है, इसलिए इसकी जानकारी बहुत अधिक लोगों को नहीं है, लेकिन जिन तक यह बात पहुंची है, वे दूर-दूर से यहां आते हैं।
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