chandrayaan 3 के टॉप 9 फैक्ट्स।
Chandrayaan 3:.दोस्तों चंद्रयान थ्री में टोटल तीन मोडयुल्स लगे हुए हैं जो की हैं, लैंडर मोडयुल्स, रोवर मोडयुल्स और प्रोपल्शन मोडयुल्स।
दोस्तों अगर इसके वजन की बात की जाए तो विक्रम ब्लेंडर का वजन है 1750 किलोग्राम और रोवर का वजन है 26 किलोग्राम।
दोस्तों मिशन चंद्रयान 3 का कल बजट है 615 करोड़ रुपए और इसका एक बड़ा हिस्सा तो इसे लॉन्च करने में ही खर्च हुआ हैं।
भारत चंद पर सक्सेसफुली सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथ देश है। इससे पहले अमेरिका रसिया और चीन यहां पर सॉफ्ट लैंडिंग कर चुके हैं। लेकिन चाँद के साउथ पाल पर सक्सेसफुली सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत पहले देश है।
दोस्तों चंद्रयान 2 क्रेश लैंड होने के बाद चंद्रयान 3 में काफी सारी मोडिफिकेशन की गई है। जैसे की चंद्रयान 3 में मौजूद विक्रम लैंडर को इस ज्यादा फ्यूल दिया गया है। इसके पैरों को पिछली बार से ज्यादा मजबूत किया गया है।
इसमें पिछली बार से ज्यादा सोलर पैनल्स लगाएं गए हैं और इसमें मौजूद सेंसर को भी पिछली बार से काफी इंप्रूव किया गया है।
दोस्तों चंद्रयान तू से चंद्रयान 3 के लिए लैंडिंग एरिया भी काफी बड़ा कर दिया गया है जहां पहले एक 522*500 मी का पेज था वही इस बार इसे बढ़कर 4 किमी / 2.4 किमी कर दिया गया है जो की पिछली बार से ऑलमोस्ट 40 गुना बड़ा है
दोस्तों चंद्रयान थ्री को मून पर पहुंचने में इतना समय लगने का एक कारण यह भी है की वो मून पर एक स्ट्रेट पाथ से नहीं बल्कि सर्कुलर पाथ से पहुचता है। अगर यह स्ट्रीट पास से जाता तो कुछ कम दोनों में ही वहां पर पहुंच जाएगा।
दोस्तों चंद्रयान थ्री सक्सेसफुली लैंड होने के बाद अब साइंटिस्ट को एक लूनर डे मिलेगा अपनी साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट कंडक्ट करने के लिए और एक लूनर डे में दो हफ्ते दिन और दो हफ्ते रात रहती हैं ।