anant chaturdashi 2024: सनातन धर्म में अनंत चतुर्दशी का व्रत बहुत ही खास माना जाता है। वास्तव में, अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की उपासना की जाती है; हालांकि, इसी दिन गणेश जी का विसर्जन भी किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, भद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार, अनंत चतुर्दशी 15 सितंबर को मनाई जाएगी। इसके अलावा, अनंत चतुर्दशी की पूजा के पश्चात इस दिन अनंत सूत्र बांधा जाता है। यह खास सूत्र कपास या रेशम का बना होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु को रक्षा सूत्र बांधने से व्यक्ति के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। साथ ही, मानसिक और शारीरिक परेशानियों से भी छुटकारा मिल सकता है।
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ऐसे में, चलिए आपको बताते हैं कि अनंत चतुर्दशी के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं। सबसे पहले, अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु, यमुना नदी और शेष नाग की खास पूजा का विधान है। इसके अलावा, इस दिन अनंत सूत्र बांधा जाता है। हालांकि, सूत्र बांधने से पहले भगवान विष्णु को अर्पित करना जरूर चाहिए। इसके साथ ही, इस दिन रेशम और सूत के धागे का अनंत सूत्र का उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद, अनंत सूत्र बांधने से पहले 14 गांठें जरूर बांधें, और उसके बाद विधिवत पूजा करें।जो व्यक्ति अनंत सूत्र बांधना चाहते हैं, वह अनंत सूत्र को एक साल तक जरूर बांधे। इसके अलावा, अनंत चतुर्दशी के दिन अगर आप व्रत रख रहे हैं, तो केवल मीठे भोजन ही खाएं। और एक समय ही भोजन करना चाहिए।
इसके साथ ही, अनंत चतुर्दशी के दिन ब्राह्मणों को भोजन जरूर कराएं और दान दक्षिणा भी जरूर दें। अब चलिए, आपको बताते हैं कि अनंत चतुर्दशी के दिन क्या नहीं करना चाहिए। इस दिन, अनंत चतुर्दशी के दिन कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे दूसरों को हानि पहुंचे। साथ ही, अनंत चतुर्दशी के दिन मांस, मंदिरा और लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, इस दिन अगर आपने सूत्र बांधा है, तो बिल्कुल भी ना तोड़े और ना ही उसे टूटने दें। ऐसा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। वहीं, इस दिन अपने खाने में प्याज और लहसुन का सेवन भी नहीं करना चाहिए।